
रीवा के सुंदरजा आम का देश भर में जलवा, स्वाद और सुगंध का बेजोड़ संगम सुर्खियां बटोर रहा है सुंदरजा आम देश भर में खास पहचान बना चुका है
विराट वसुंधरा/ निशांत मिश्रा
रीवा, मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश के रीवा जिले का सुंदरजा आम अपनी अनोखी सुगंध और स्वाद के लिए जाना जाता है। यह आम न केवल दिखने में सुंदर है, बल्कि इसका स्वाद भी लाजवाब है। अब यह स्वादिष्ट आम दिल्ली मुंबई कोलकाता जैसे राज्यों के लोग भी सुंदरजा का स्वाद चखेंगे। 15-16 जुलाई, 2024 को दिल्ली में आयोजित होने वाले PUSA इंस्टीट्यूट के फ्रूट फेस्टिवल में रीवा का सुंदरजा आम G.I. टैग प्राप्त आमों की श्रेणी में शामिल होगा।
सुंदरजा आम का इतिहास।
सुंदरजा आम का इतिहास रीवा के तत्कालीन महाराजा वेंकट रमण सिंह जू देव से जुड़ा हुआ है। उन्होंने अपने एक कुशल माली गोविंदगढ़ के बेनी माधव कुशवाहा को लखनऊ और मलिहाबाद के आम के बगीचों में भेजकर उद्यान विज्ञान और बागबानी प्रशिक्षण दिलवाया था। बेनी माधव कुशवाहा लगभग 1912 में वापस गोविंदगढ़ लौटे और उन्होंने आमों की बेहतर प्रजाति के लिए प्रयोग करना शुरू किया। कुछ समय बाद उनके प्रयास सफल हुए और लगभग एक किलो का स्वाद से परिपूर्ण, महकता हुआ आम महाराजा वेंकट रमण सिंह जू देव के दरबार में पेश किया गया। उस आम को देखते ही महाराजा साहेब के मुंह से यह शब्द निकले ,”यह तो बहुत सुंदर आम है। इस आम को सुंदरजा के नाम से जाना जाएगा।
मिला जीआई टैग।
“सुंदरजा आम लगभग एक किलो का होता है, इसका रंग सुनहरा पीला होता है,इसका स्वाद मीठा और रसीला होता है।
इसकी सुगंध बहुत ही मनमोहक होती है, यह आम रोगों और कीटों के प्रति भी कम संवेदनशील होता है, सुंदरजा आम को 2021 में G.I. टैग प्राप्त हुआ था। G.I. टैग किसी विशिष्ट भौगोलिक क्षेत्र से जुड़े उत्पादों को दिया जाता है। यह टैग उत्पाद की गुणवत्ता और विशिष्टता को प्रमाणित करता है। सुंदरजा आम G.I. टैग प्राप्त करने वाला मध्य प्रदेश का पहला आम है।
इन प्रदेशों तक पहुंचा सुंदरजा।
सुंदरजा आम की खेती रीवा के गोविंदगढ़ में ठाकुर नृपेंद्र सिंह के निजी बगीचे में की जाती है। इस बगीचे की देखभाल अब ठाकुर साहब के पुत्र कुंवर अभिषेक सिंह बघेल कर रहे हैं, जिन्होंने सुंदरजा आम को G.I. टैग दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। G.I. टैग प्राप्ति के बाद से सुंदरजा आम की लोकप्रियता में काफी वृद्धि हुई है। यह आम अब रीवा के अलावा दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और अन्य शहरों में भी उपलब्ध है।
देश भर में हुआ लोकप्रिय।
रीवा का सुंदरजा आम अपनी विशिष्टताओं के कारण देशभर में लोकप्रिय है। G.I. टैग प्राप्ति और दिल्ली में PUSA इंस्टीट्यूट के फ्रूट फेस्टिवल में भागीदारी से इस आम को और अधिक पहचान मिलेगी। यह रीवा के किसानों के लिए भी आर्थिक अवसरों को बढ़ाएगा अपनी खास विशेषताओं स्वाद और सुगंध के बेजोड़ संगम के कारण रीवा जिले का सुंदरजा आम देश भर में खास बनता जा रहा है।